वर्ष 2001 में अपने साहसी साथी छायाकार राजू तिवारी की सडक दुर्घटना में हुई आकस्मिक मृत्यु ने हम संवेदनशील छायाकारों को हिलाकर रख दिया और सोचने पर विवश कर दिया की हम अपने दिवंगत छायाकार साथियों की स्मृतियां किस प्रकार संजोकर उनके द्वारा स्थापित कीर्तिमानों को किस तरह आदर व सम्मान दें तथा अन्य सहयोगी छायाकारों/कैमरामैनों के हितों की रक्षा कैसे की जाये। इसी विचार को जीवंत करते हुए मैने अपने बुद्धिजीवी व कर्मठ सहयोगियों के साथ मीडिया फोटोग्राफर्स क्लब की स्थापना वर्ष 2002 में की तथा दिवंगत छायाकारों की याद में सामूहिक फोटो प्रदर्शनियों का आयोजन प्रारम्भ किया, जिसको मीडिया, समाज, सरकार व प्रशासन का पूरा सहयोग मिल रहा है। आज जहां हम अपने दिवंगत छायाकार साथियों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनको अमर बना रहें है वही अपने साथी छायाकारों व पत्रकारों के सुख दुख में एक परिवारजन की तरह सहयोगी बन रहें है यही कारण है कि क्लब अपनी ऊंची उड़ान कायम रखते हुए प्रदेश की सीमाओं से निकलकर पूरे देश में अपनी पहचान बनाने की ओर अग्रसर है। यही नहीं समूचे देश व प्रदेश के छायाकार लगातार संगठन से जुड़ रहें है।
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एस. एम. पारी अध्यक्ष मीडिया फोटोग्राफर्स क्लब |